भूगोल विभाग
शासकीय महाविद्यालय वैशालीनगर के स्थापना के साथ ही भूगोल विषय का अघ्यापन प्रारंभ हुआ है। सत्र 1989 में भूगोल विषय इस महाविद्यालय में 02 विद्यार्थियों से अध्ययन-अध्यापन का कार्य प्रारंभ किया। वर्तमान के लगभग 100 छात्र-छात्राएँ अध्यनरत हैं। संप्रति स्नातक स्तर की कक्षा संचालित है। विभाग में एक सहायक प्राध्यापक का पद स्वीकृत है। डॉ. श्रीमती गौरी वर्मा सहायक प्राध्यापक कार्यरत है। विभाग में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में छात्राओं की संख्या अधिक है। विद्यार्थी शिक्षण के अतिरिक्त शैक्षणिकेत्तर गतिविधियाँ में भी सहभागी होते है।
भूगोल विषय में सत्र 2015-16 में प्रवेशित छात्र संख्या
कक्षा |
छात्र |
छात्रा |
कुल योग |
बी.ए. भाग- एक |
16 |
39 |
55 |
बी.ए. भाग- दो |
06 |
22 |
28 |
बी.ए. भाग- तीन |
01 |
13 |
14 |
सत्र 2015-16 में भूगोल भाग तीन के विद्यार्थियों को भौगोलिक अघ्ययन में शैक्षणिक भ्रमण हेतु सगनी घाट ले जाया गया था। विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु यहाँ रेमेडियल कक्षा विषय विशेषज्ञों के द्वारा आयोजित कि जाती है।
पाठ्यक्रम के अतिरिक्त विद्यार्थियों को भूगोल के नवाचार की जानकारी जी.आई.एस. सुदूर संवेदनों की जानकारी प्रदान की जाती है। कक्षा में सेमीनार सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, मानचित्र आपूर्ति, प्रक्षेम में मानचित्र निर्माण जैसे रचनात्मक कार्य करवाये जाते है।
विभाग का परीक्षा परिणाम
कक्षा |
2014 |
2015 |
महाविद्यालय |
भूगोल |
महाविद्यालय |
भूगोल |
बी.ए. भाग - एक |
60% |
89% |
51% |
96% |
बी.ए. भाग - दो |
27% |
96% |
12% |
100% |
बी.ए. भाग - तीन |
87% |
100% |
95% |
100% |
उपरोक्त तालिका से भूगोल का परीक्षा परिणाम का अच्छा प्रदर्शन रहा है। और विभाग छा़त्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
डॉ. श्रीमती गौरी वर्मा
(सहा. प्राध्यापक - भूगोल)